ईमान सबका लगे ओरा गइल बा
ईमान सबका लगे ओरा गइल बा
लाज कवनों ठंइया हेरा गइल बा
अब केहूए त झण्डा उठइबे करी
अनीति से करेजवा पीरा गइल बा
ई देश, ई जनता के भला कइसे होई
साहब लोग के जांगर कीरा गइल बा
गरीब रोऽत बाटे हे भगवान रोटी द
जब जनमे से मँुहवा चीरा गइल बा
अंग्रेजवन से त जीते गइल ई देशवा
अब नेतवन से देशवा हरा गइल बा