करेजा के टुकड़ा एह तरे हो गइल
करेजा के टुकड़ा एह तरे हो गइल
करेजा के टुकड़ा एह तरे हो गइल
कि हमरा इश्क़ से भरोसा उठ गइल
ओइसे ख़त में उनका झूठ के पुलिंदा
घर के आलमारी में बा अबले धइल
ऊ आइल त सब कुछ आपन बनवलस
अउर गइल त सबकुछ साथ लेके गइल
आदमी के पहिला प्यार के सिवा केहूसे भी
होला बड़ा मुश्किल दिल से मुहब्बत कइल
केहू केतनो बचके चले धोखा होइए जाला
जब कुछ भी नया केहू करेला पहिले पहिल
सबके नियति खेलावेले
सबके नियति खेलावेले गजबे के खेल
एकरी तमाशा पर ना कबो लागे नकेल
वक़्त के पटरी पर जिनिगिया धउरे
कबो लागेले एक्का कबो लागलेे मेल
हऊ सेठ जी सूद खाके मारेले माजा
खेतिहर हर जोत के हो जाला फेल
किसान श्रम से खेतन में राई उपराजे
देखऽ साहू जी पेर-पेर के बेचेलें तेल
गरीब अउरी धनिक में दूरी बा ढेर
कबो ना होई लागऽता दूनू के मेल
मारपीट के मुजरिम काटऽटा जेल
मर्डर के मुजरिम के मिलत बा बेल
लइकन के पढ़ाई में मन नइखे लागत
कवनो बने तेंदुलकर कवनो बने गेल
गाछे लागल कटहर होंठे लागल तेल
बाकिर कबो नाहीं होत बाटे दुनू के मेल
ऊ यादव जी अगोरत बाड़े पोखरा के तीर
देखऽ उनके भइसिया गइल पानी में हेल
गाँव के स्कूलन के दासा बाटे गड़बड़
क्लास नइखे चलत बाकिर लागता बेल
बेलगाम घोड़ा ह इख्तियार में ना आवे
उनकर रोआइ हमार करेजा पीरा देला