जब भी आग लागी त इहाँ केकर घर ना जरी

 

जब भी आग लागी त इहाँ केकर घर ना जरी

 

 

 

जब भी आग लागी त इहाँ केकर घर ना जरी

ऊ गलतफ़हमी में बा कि ओकर घर ना जरी

 

जे भी सूरज के छूएके तमन्ना राखत बाटे

ऊ ई कबो मत सोचे कि ओकर पर ना जरी

 

अब आदमी घर घर में बकलोल हो गइल बा

नागीन के होंठ चूमके सोचत बा अधर ना जरी

 

हमसफर बनके तू एइसन मोड़ पर दगा कइलू

हम कइसे कहीं की हमार दिल उम्रभर ना जरी

 

जे भी जरत दीया बुझावे ओके बद्दुआ बाटे

ऊ लाख कोशिश करी तबो एगो खर ना जरी

 

तनिका अहंकार की ऊँचाई से

 

तनिका अहंकार की ऊँचाई से उतर के देखऽ

इहाँ सब समान लागी ई पर कतर के देखऽ

 

बहुत दिन ले तू उड़लऽ आसमान की गोदी में

अब खुद के धरती माई के गोदी में भर के देखऽ

 

नफरत से खून मिलेला प्यार से सुकून मिलेला

भेद बिसार के सबके अँकवार में भर के देखऽ

 

दुश्मनी ऊ पत्थर ह जे बस जिस्म पर वार करेला

दोस्ती त आइना ह तनिका एइमे सँवर के देखऽ

 

चलऽ चलल जा मिलके सीमा पर रक्षा कइल जा

मउगत के संतोष का होला देश पर मर के देखऽ

 

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